Shodashi for Dummies
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एकान्ते योगिवृन्दैः प्रशमितकरणैः क्षुत्पिपासाविमुक्तैः
रागद्वेषादिहन्त्रीं रविशशिनयनां राज्यदानप्रवीणाम् ।
Goddess is popularly depicted as sitting down within the petals of lotus that is kept on the horizontal system of Lord Shiva.
प्राण प्रतिष्ठा में शीशा टूटना – क्या चमत्कार है ? शास्त्र क्या कहता है ?
पद्मालयां पद्महस्तां पद्मसम्भवसेविताम् ।
यह उपरोक्त कथा केवल एक कथा ही नहीं है, जीवन का श्रेष्ठतम सत्य है, क्योंकि जिस व्यक्ति पर षोडशी महात्रिपुर सुन्दरी की कृपा हो जाती है, जो व्यक्ति जीवन में पूर्ण सिद्धि प्राप्त करने में समर्थ हो जाता है, क्योंकि यह शक्ति शिव की शक्ति है, यह शक्ति इच्छा, ज्ञान, क्रिया — तीनों स्वरूपों को पूर्णत: प्रदान करने वाली है।
The trail to enlightenment is frequently depicted being an allegorical journey, While using the Goddess serving given that the emblem of supreme electric power and energy that propels the seeker from darkness to here light.
संरक्षार्थमुपागताऽभिरसकृन्नित्याभिधाभिर्मुदा ।
ह्रीङ्काराम्भोधिलक्ष्मीं हिमगिरितनयामीश्वरीमीश्वराणां
She is also called Tripura since all her hymns and mantras have 3 clusters of letters. Bhagwan Shiv is believed to be her consort.
ऐसी कौन सी क्रिया है, जो सभी सिद्धियों को देने वाली है? ऐसी कौन सी क्रिया है, जो परम श्रेष्ठ है? ऐसा कौन सा योग जो स्वर्ग और मोक्ष को देने वाला? ऐसा कौन सा उपाय है जिसके द्वारा साधारण मानव बिना तीर्थ, दान, यज्ञ और ध्यान के पूर्ण सिद्धि प्राप्त कर सकता है?
वाह्याद्याभिरुपाश्रितं च दशभिर्मुद्राभिरुद्भासितम् ।
इति द्वादशभी श्लोकैः स्तवनं सर्वसिद्धिकृत् ।
In essence, Goddess Shodashi represents the divine likely in every single particular person, guiding them on the route of inner natural beauty, knowledge, and spiritual fulfillment. Her presence from the lives of devotees evokes them to seek harmony, observe compassion, and solution lifestyle with gratitude and humility.